#VideOScripTTube : {YouTube Technical Video Script Tips and Tricks Tutorial} ■ Principles to become Rich & Successful in your 20s
╚═★VideO ScripT Tube YouTube Video Tags / Keywords★═╝
✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿
~ YouTube Tutorial Video Tags ■ 5 Principles to become Rich & Successful in your 20s
Transcript:
(00:00) हमारे देश में शायद मैं कहूंगा मेजॉरिटी पॉपुलेशन जो है 90 प्र से ज्यादा पॉपुलेशन जो है हम जैसे लोगों की बैकग्राउंड से ही आती है जहां पे बड़ा सोचना बहुत कठिन होता है और नेचुरली आपको यह लगता है कि सबसे पहले अपने पैरों प तो खड़ा हो जाऊं घर पे कुछ पैसे तो भेजना शुरू कर दूं उसके बाद में बड़ा सोच लेंगे मुझे लगता है बड़ा सोचने से सबसे बड़ी चैलेंज होती है शर्माना क्योंकि अगर आप किसी से मदद ले ले किसी से कुछ पूछ ले तो कांस्टेंटली लगता है सामने वाला पता नहीं मेरे बारे में क्या सोचेंगे इफ यू आर द स्मार्टेस्ट इन द रूम यू आर इन द रंग रूम देखिए इंडिया आज
(00:32) इतनी यूनिक सिचुएशन में है हम लोग सब हमारे फैमिलीज में एक यूनिक इंडिविजुअल की तरह होंगे और उसके बाद आप देखेंगे हमारे परिवार में और भी लोग ऐसे होने लग जाते हैं आप अपने परिवार में पहले इंडिविजुअल हो सकते हैं जो अपने परिवार को वापस अपलिफ्ट कर पाएंगे कई बार ऐसी मूमेंट आती है ना कि हमें लगता है यार काश यह बात मुझे पहले पता होती यार मैंने अगर ऐसे सोच लिया होता आपका ये अफसोस कम हो इसीलिए मैंने रितेश से डायरेक्ट यही सवाल पूछा शाक टैंक के लेटेस्ट शाक रितेश अग्रवाल जिसने 19 की एज में कमाल की क्लेरिटी और हिमालया जैसे बिलीव सिस्टम के साथ ओयो की
(01:09) शुरुआत करी कई चैलेंज आए कई प्रॉब्लम्स आई लेकिन ऐसा कॉन्फिडेंस ऐसी कमिटमेंट कि 25 की एज तक वह बिलिनियर बन चुके थे और ओयो एक यूनिकॉर्न बन चुका था इस एपिसोड में रितेश अपने पूरे एक्सपीरियंस का निचोड़ पांच पॉइंट्स में आपके साथ शेयर करेंगे यह पांच एडवाइसेज नहीं है यह पांच फाउंडेशन है पांच प्रिंसिपल्स हैं जो आपकी लाइफ को बदल सकते हैं रितेश फर्स्ट ऑफ ऑल वार्म वेलकम टू आवर शो सो गुड टू हैव यू और दो चीजें मुझे आपकी बहुत पर्सनली बहुत अच्छी लगती है पहली ऑफकोर्स जो हर किसी को लगती है आपकी जर्नी जैसे एक छोटे शहर से बड़े सपने लेके व्हाट यू हैव अचीव्ड इन लाइफ इज
(01:45) वेरी इंस्पायरिंग एंड दूसरी चीज कि यू आर ऑलवेज रेडी टू शेयर योर एक्सपीरियंस आप पॉडकास्ट में जाते हो आप इंटरव्यूज देते हो आप कंटेंट भी बना देते हो जब आपके पास कोई थॉट आता है शेयर करने को सो जिसने कोई जर्नी कवर की होती है उसके एक्सपीरियंस बहुत वैल्युएबल होते हैं दूसरों के लिए जो उस सफर पे चलना चाहते हैं थैंक यू सो मच मुझे यहां बुलाने के लिए मैं तो बड़े दिनों से इंतजार में था कि कब मुझे मौका मिलेगा आप लोगों से बात करने का रितेश अगर आपके अर्ली स्टेज पे जाए तो आपने ना बहुत सारे एक्सपोज्स खुद को दिए फ्रॉम सेलिंग सिम कार्ड्स या फिर घर से 10थ के बाद निकल
(02:15) जाना फॉर अ पर्पस या फिर कोडिंग सीखना खुद से बुक लिखना तो कई एक्सपोज्स आपने लिए मेरी ऑडियंस में बहुत सारे ऐसे लोग है इनफैक्ट मेरी ऑडियंस उन्हीं लोगों की है जो लाइफ में कुछ करना चाहते हैं जो कुछ बड़ा करना चाहते हैं या पैसा कमाना चाहते हैं पेरेंट्स को प्राउड फील कराना चाहते हैं बट क्लेरिटी नहीं है गाइडेंस नहीं है डायरेक्शन नहीं है सो आपके एक्सपीरियंस से कोई टॉप फाइव एडवाइसेज और मे बी फाइव एक्शंस और मिस्टेक्स कोई ऐसी चीजें जो उनके लिए कंसोलिडेटेड अ एडवाइस बन जाए यह चाह जो आपने बताई कि मुझे कुछ नया करने का दिल है मुझे कुछ बड़ा करने का दिल है अ
(02:53) मेरे माता-पिता मेरे बारे में अच्छा सोचे मुझे लगता है वो इंटेंट 50 पर बैटल आपको जिता देती है क्योंकि बहुत सारे लोग हैं जो शुरुआत इस चीज से करते हैं कि मेरे से तो नहीं होगा मैं क्यों करूं तो मुझे लगता है अगर आप वो नकारात्मक सोच से चालू करेंगे तब तो अपॉर्चुनिटी मिलेगी ही नहीं तो अगर आप पॉजिटिव माइंडेड ये सोचते हैं कि मुझे कुछ करना है कैसे करना है उस पर बताइए तो उनकी तो मदद की जा सकती है मेरे हिसाब से मैं जो आपने बताया पांच चीज उससे सबसे पहली चीज कहूंगा कि आपका इंटेंट पॉजिटिव और कंस्ट्रक्टिव होना चाहिए अगर आप शुरुआत इस चीज से करेंगे कि
(03:28) नहीं हो पाएगा चैलेंस है तब तो 100% चांस है कि नहीं होगा हम अगर आप ये सोचेंगे कि पक्का होगा तब शायद 50 पर चांस है और जिंदगी में बिटवीन 50 पर चांस एंड 100% चांस आप तो 50 पर मतलब जीरो 50 एंड 0 पर चांस आप तो हमेशा 50 पर चांस की कोशिश करेंगे तो मुझे लगता है वो सबसे पहला है कि बिलीफ सेल्फ बिलीफ कॉन्फिडेंस पॉजिटिव इंटेंट उस वो चाहिए और ये हम लोग वीडियो में बात कर सकते हैं आप कई कंटेंट पढ़ सकते हैं पर यह आपको अपने आप से लाना पड़ेगा इसके लिए कोई आपको आर्टिफिशली मदद नहीं कर सकता है लोग आपको इनेबल कर सकते हैं बट फाइनली आपको खुद से डिसीजन लेना
(04:05) पड़ेगा मैं क्योंकि खुद एक मिडिल क्लास सर्विस क्लास फैमिली से आई हूं तो मैं उस एरा में रह चुकी हूं जब मेरी सोच बहुत बड़ी नहीं थी आज है आज मैं सोच लेती हूं बट एक टाइम था जब मेरे मैं नहीं सोच सकती थी बड़ा बिकॉज मेरे होराइजन ही छोटे थे और मेरी सोच एक जगह तक ही जा पाती थी तो अगर मैं आज उस गुंजन को बताना चाहूं कि बड़ा सोच तो उसके लिए स्टेप्स क्या होंगे बिकॉज टुडे आल्सो देर आर सो मेनी पीप जो करना चाहते हैं बट वो सेल्फ डाउट होते हैं कर जितना मर्जी कह लो वो अंदर लगता है कि हो नहीं वो एक कॉन्फिडेंस नहीं आता तो इसके लिए भी कोई हमारे पास वन टू थ्री स्टेप्स
(04:40) है कि ये कर लो और आप अपने सेल्फ डाउट को खत्म कर पाओगे देखिए इसीलिए तो लोग आपके पॉडकास्ट में आए हैं देखिए ये बहुत सही बात है कि देश हमारे देश में शायद मैं कहूंगा मेजॉरिटी पॉपुलेशन जो है 90 प्र से ज्यादा पॉपुलेशन जो है हम जैसे लोगों की बैकग्राउंड से ही आती है जहां पर बड़ा सोचना बहुत कठिन होता है और नेचुरली आपको यह लगता है कि सबसे पहले अपने पैरों पे तो खड़ा हो जाऊं घर पे कुछ पैसे तो भेजना शुरू कर दूं उसके बाद में बड़ा सोच लेंगे हम तो मुझे लगता है उसमें सबसे इंपॉर्टेंट तीन स्टेप्स मुझे लगता है जो आपको इनेबल करेगी वहां तक जाने के लिए सबसे पहला है
(05:16) कि शर्माना कम करना पड़ेगा ओके मुझे लगता है बड़ा सोचने से सबसे बड़ी चैलेंज होती है शर्माना क्योंकि अगर आप किसी से मदद ले ले किसी से कुछ पूछ ले तो उ आपको कांस्टेंटली लगता है सामने वाला पता नहीं मेरे बारे में क्या सोचेंगे हम परिवार वाले मेरे बारे में क्या सोचेंगे मुझे लगता है जब आपने वो अपने दिमाग में ठान लिया तब तक कठिनाई क्योंकि रिजेक्शन तो इज अ पार्ट ऑफ लाइफ अगर आप कुछ भी बड़ा करना चाहे तो रिजेक्शन हर रोज होगी मेरे साथ आज भी होती है मतलब आज तो इतने साल हो गए कम हो गई है काफी सिचुएशन बट पहले तो बहुत होती थी दिन में चार बार हो जाता था तो
(05:50) आपको रिजेक्शंस एंड शाने से आगे निकलना पड़ेगा वो मेरे हिसाब से सबसे पहला है दूसरा आपको कोशिश करनी पड़ेगी सीखने का जरिया और अपॉर्चुनिटी तो हर जगह है आपको अपने आंखें और कान खुले रखने पड़ेंगे मैं जब पल बढ़ रहा था मैं रायगड़ा से आता हूं वहां पे क्या है बड़े आदिवासी और ट्राइबल वहां पे ना हमारी बड़ी पॉपुलर ग्रुप है कंधो बुलाते हैं उन्हें जो वहां की प्राइमरी ट्राइबल ग्रुप है ओ वो पूरी तरीके से सेल्फ सफिशिएंट जीते हैं बिना कोई पैसों का ये सब का इस्तेमाल किए अपने आप से वो खाना भी अपना उगाते हैं अपने घर भी खुद ही से बनाते हैं तो उनसे सीखने का
(06:29) तरीका था कि सेल्फ अ और वो बाटर में अभी भी काम करते हैं अगर उन्हें कोई चीज चाहि तो बाटर कर लेते हैं तो उनसे सीखने का मौका मिला जो हमारे यहां पे छोटे-छोटे व्यापारी थे उनसे सीखने का मौका मिला जो रिश्तेदार थे उनसे कुछ सीखा तो जहां से भी कुछ भी मिल जाए सीखने के लिए उसपे इंटरेस्ट होना चाहिए क्योंकि अगर आपके अंदर क्यूरियोसिटी होगी तभी आप नए आंसर्स खोजें तो पहला है बीइंग लेस शाई बेशर्म बन जाओ मे बी दूसरा है कि अपने अंदर क्यूरियोसिटी जगा कि हर चीज में जो कुछ बच्चे नहीं होते हर चीज़ में यह क्यों है चती है हां एक चुल होती है कि यह क्यों है ऐसा क्यों
(07:06) नहीं है मुझे लगता है वह सवाल पूछना अच्छा है यह सीखना जरूरी है और तीसरा जो मेरे हिसाब से सबसे क्रिटिकल है इज नई चीजें करो जब नई चीजें करने से हम लोग एक बार खुश होने लगते हैं ना अब उसका रिवर्स भी प्रॉब्लम है कई बार लोग नई चीजें करने से इतनी खुशी होती है उन्हें कि वो सेम चीज लंबे समय तक करने से कतराते हैं हम हम पर मुझे लगता है कि वो सेकंड प्रॉब्लम मेनेजेबल है नई चीज जो करते ही नहीं है उन्हें पता कैसे चलेगा वो उनको क्या पसंद है कई बार लोग कहते हैं ना इंग्लिश में कहते हैं व्हाट इज योर कॉलिंग अब वो इसका कोई साइंस तो है नहीं आपको 10 चीजें ट्राई
(07:43) करनी पड़ेगी उनमें जो चीज मजा आ गया वही आपकी कॉलिंग है तो मुझे लगता है कि यही तीन चीजें मैं कहूंगा कि अगर आपको बड़ी सोच रखने बड़ी सोच रखनी है तो आप में शाने स कम और अ नई चीजें सीखने की क्यूरियोसिटी ज्यादा ब्यूटीफुली पुट आई थिंक ये रियल में अगर कोई तीनों चीजें लिख के लगा ले ना सामने तो वो बिलीफ सिस्टम चेंज हो जाएगा एंड आई कैन रिलेट अगेन नई चीजें करने वालों प मुझे शायद मैंने कभी शेयर भी नहीं किया होगा किसी वीडियो में बट आज याद आ गया आपकी बात से कि जब मैं जॉब कर रहा था तो मैंने साउंड क्लाउड एक प आई थी साउंड क्लाउड प मैंने ऑडियो डालनी
(08:20) शुरू कर पप राइट तो उस टाइम पे सिर्फ ऑडियो डाली तीन चार वीडियोस डाली सॉरी ऑडियो डाली मुझे बड़ा अच्छा लगा एंड देन वहां से आई डिड नॉट कंटिन्यू आई केम टू सो इट वास जस्ट एक्सप्लोरिंग समथिंग वि गेव मी एन आईडिया कि साउंड के साथ साथ मुझे वीडियो भी करना चाहिए एंड आ स्टॉप डूइंग साउंड क्लाउड आफ्टर थ्री फाइल्स एंड मूव टू अपने आसपास कोशिश करें कि जितने स्मार्ट इंटेलिजेंट लोग जो लोग आपको लगता है कि आपसे बेहतर है आपको जिंदगी में कुछ सिखा जाएंगे उनसे सराउंड करने की कोशिश करिए आप अपने आप को उनसे सराउंड मत करिए जो लोग आपको लगता है कि आप उनसे ब्राइट है तो यह
(09:18) तो बड़ी पॉपुलर संग है लोग कहते भी हैं कि इफ यू आर द स्मार्टेस्ट पर्सन इन द रूम यू आर इन द रंग रूम तो ये बहुत जरूरी है कि य आप अपने आसपास के पांच लोगों के एवरेज है राइट अगर आप बाकी पांच लोग जो हैं ऐसा लगता है कि आपसे नीचे तो व आपको भी नीचे ले जाएंगे अगर आपके आसपास के लोग ऐसे हैं जो आपको अपलिफ्ट करेंगे जो आपको मोटिवेट करेंगे नई चीज सिखाने की कोशिश करेंगे तो आपको सराउंड करने की कोशिश करिए और कठिन होता है आसान नहीं होता है मेहनत करनी पड़ेगी पर वो करना मेरे हिसाब से बिल्कुल पॉसिबल है और मैंने अपने लिए जिंदगी में
(09:50) वो कोशिश करी मैं हमेशा कोशिश करता रहता कि कौन इस चीज में बहुत इंटेलिजेंट है कौन इस चीज में बहुत अच्छे हैं किन में मेहनत करने की क्षमता बहुत है मैं उनसे कैसे सीखूं ज्यादा से ज्यादा क्योंकि अगर वो 10 है तो मुझे दो तीन तो बना ही देंगे इस आज भी मैं करता हूं आज भी मुझे कोई चीज सीखना होता है मैं पूछता हूं कि उस इंडस्ट्री में सबसे स्मार्ट कौन है जैसे मुझे अगर हमें एंटरप्राइज सेल्स की कॉर्पोरेट को हम कैसे हमारे होटल्स का सब्सक्रिप्शन या फिर ओ होटल्स का बिजनेस लेकर के आए वो बेचना था तो उससे मैंने रीच आउट किया कि इंडिया में सबसे बेस्ट एंटरप्राइज सेल्स
(10:22) के लीडर कौन है मैंने कई लोगों से पूछा जब पता चला मैंने कहा कि मैं उनसे सीखना चाहता हूं तो मैं उन्होने लिखा ऑफकोर्स आजकल ज्यादा लोग रिस्प करते हैं पहले कम लोग रिस्प करते थे पर अ वो कोशिश टू सराउंड योरसेल्फ विथ स्मार्ट पीपल वो करती रहनी चाहिए और यू विल बी सरप्राइज कितने लोग आपकी मदद करेंगे तो मेरे माइंड में जो क्वेश्चन आ रहा है मैं पूछ रही हूं प्लीज पूछिए ना इट्स अ वेरी फेमस कॉमन सेइंग कि यू आर द एवरेज ऑफ फाइव पीपल अराउंड यू बट एक्चुअली में वो पांच लोग हमारे घर के ही होते हैं और ऑफकोर्स वो हमारे पेरेंट्स हैं या हमारे बच्चे हैं फैमिली है या
(10:52) हमारे कलीग्स हैं इस तरह के ही लोग होते हैं जिनके साथ हमारा सबसे ज्यादा टाइम बीतता है राइट और ऑफ कोर्स वी डोंट वांट ट बी एवरेज ऑफ देम बिकॉज हम कुछ और करना चाह रहे हैं तो यह किस तरह से एक्चुअली हमें प्रैक्टिकली अप्लाई करना है किस तरह से उन पांच लोगों को ढूंढना है और उनके साथ सबसे ज्यादा टाइम स्पेंड करना है प्रैक्टिकली ये कैसे पॉसिबल है मैं इसको दो हिस्सों में बाटू पहला यह है कि अगर आपको पांच लोग खोजने है आप खोजिए कैसे पहला चीज है जितना पढ़ सकते हैं पढ़िए स्पेशली आज के दिन में इंटरनेट में इतनी सारी अच्छी ब्लॉग्स है कंटेंट है य
(11:28) है उस में आपको कई सारे लोगों के बारे में पता चलेगा हम एक बार आप आइडेंटिफिकेशन से बताता था कि इनका सही ईमेल आईडी कौन सा है हम मैं उससे बड़ी सारी कोल्ड ईमेल्स लिखता था एज सिंपल एज दैट ओके अब उसमें 20 लोगों में चार लोग जवाब देते थे पर चार तो देते थे और उस ईमेल में भी मैं ये भी बताता हूं कि उस ईमेल में लिखता क्या था मैं मैं ये बताता कि मेरा नाम रितेश है मैं ये कंपनी बनाना चाह रहा हूं मेरा ये एंबिशन है मैं समझता हूं आप बहुत व्यस्त हैं मैं आपका 19 मिनट का वक्त चाहता हूं कि आप मुझे समय दे सकते हैं अब कई सारे लोग थे जिनके पास नहीं होता था मिनट मुझे
(12:26) लगता था कुछ नया होगा तो शायद सामने वाले को लगेगा कि अ आई कैचिंग हो जाएगा आई कैचिंग हो जाएगा बाटा प्राइस भी हो गया ना 2000 नहीं 199 तो हम लोगों ने भी 999 से शुरू किया तो और भी ऑल द मोर रीजन तो मुझे लगा कि उससे कुछ लोगों की जवाब आ जाती थी फिर जा कर के मिलते थे जब अगर उन्हें लगता था कि चलो अ इस लड़के में दम है और इससे बात करने में मुझे भी कुछ वैल्यू मिल रहा है तो मेरे साथ टच में रहते थे फिर मैं उन्हें पूछता था कि आप बताइए आपके हिसाब से कौन तीन-चार लोग हैं जो सबसे अच्छे हैं क्योंकि कई सारे जो बहुत इंटेलिजेंट लोग
(12:57) होते हैं स्मार्ट लोग होते हैं कई सारे लोग लोग तो अवेलेबल हो जाते हैं इंटरनेट में कुछ लोग होते हैं जो नहीं होते हैं तो उनको आप रेफरल से खोजते हैं ओके तो मेरे हिसाब से यह तो तरीका हुआ पहला कि पांच लोग खोजा कैसे जाए दूसरा जो आपने बड़ी इंपॉर्टेंट चीज बताई कि अपने परिवार का सिचुएशन क्या आप घर परिवार में है आपको लोग टोक रहे हैं कि जी आप यह क्यों कर रहे हैं नई चीजें नौकरी कर लो बैंक पीओ की परीक्षा आ गई वो देख लो यूपीएससी की तैयारी कर लो या अगर आप कंटेंट क्रिएटर बना अगर आप आजकल तो ये पूरा हुआ नहीं है बट हो सकता है आगे चल के हो कि अगर का यूपीएससी
(13:29) का दिलसे कह रहे हैं कि कंटेंट क्रिएटर बन जाओ तो मतलब ऐसा जो ये डायरेक्शंस है उसपे मुझे लगता है कि एज एन इंडिविजुअल हमारी सबकी जिम्मेवारी होती है अगर हम कुछ नया बड़ा कुछ भी करना चाहते हैं तो हमें लोगों को कन्विंसिंग करना पड़ेगा और हो सकता है उन्हें भी उसका एक पॉजिटिव बेनिफिट मिल सक सके तो मैं आपको बताता हूं हमारे परिवार में बड़ी इसको लेकर के सरप्राइज था पेरेंट्स में कि यह देखो पहले तीन बच्चे जो हैं हम चार बच्चे हैं आई एम द यंगेस्ट हमारे जो बड़े भाई बहन सारे सब मतलब सबसे बहुत ही अच्छा पढ़ाई किया उन लोगों ने अच्छी जॉब्स ली एकदम एशियन पेरेंट्स के
(14:17) ड्रीम तो हमारी मदर को हमेशा बड़ा मेरे को लेकर के टेंशन होता था और हम सबसे छोटे हैं तो प्यार ज्यादा करती थी पर पता भी था कि उन्हें बड़ा टेंशन होता है कि ये क्या कर रहा है अलग मतलब एंटरप्रेन्योरशिप की दुनिया में चला गया है पर कोशिश करता था हमेशा कि अपने आप से उन्हें समझाऊं कई बार हमारी बड़ी दीदी को फोन करके कहता थे कि आप भी थोड़ा सा समझाइए अच्छा तो वो मेहनत लगती है इट इज नॉट इजी पर मुझे लगता है कि अगर आप अपने घर वालों को नहीं समझा पाएंगे तो बाहर वालों को क्या समझाएंगे उससे निराश ना हो कर के आपको यह सोचना चाहिए कि
(14:47) आप अपने परिवार में पहले इंडिविजुअल हो सकते हैं जो अपने परिवार को वापस अपलिफ्ट कर पाएंगे और उसके बाद अगले जनरेशन में और होता जाएगा तो मुझे लगता है कि हम सबके पास देखिए इडिया आज इतनी यूनिक सिचुएशन में है हम लोग सब हमारे फैमिलीज में एक यूनिक इंडिविजुअल की तरह होंगे और उसके बाद आप देखेंगे हमारे परिवार में और भी लोग ऐसे होने लग जाते है सीइंग इज बिलीविंग तो जब नजर आता है किसी ने किया है तो वो बिलीफ बनता है आपने कभी अपने एनवायरमेंट को भी इस तरह से रखने के लिए कुछ किया था कि मेरे एनवायरमेंट में मैक्सिमम लोग ऐसे हो या चीजें ऐसी हो
(15:19) जिसको देखकर मैं हमेशा मुझे आइडियाज आए मैं इंस्पायर हूं देखिए मेरे हिसाब से मैंने तीन चार चीजें करने की कोशिश करी सबसे पहला यह है कि मैं बहुत डिस्प्रोशियम रहता था तो लोगों कहीं स्पीकर तो नहीं हो अच्छा तो या लोगों को लगता है रजिस्टर्ड तो होगा इतना मतलब लोगों से कर बात कर रहा है तो मैंने तो इनफैक्ट ऐसे कॉन्फ्रेंस में कहा भी है कि जहां प जैसे कॉन्फ्रेंसेस में गेट क्रैश किया गेट क्रैश किया मैं खाना भी मिल जाता तो ये तो मतलब थ्री डिट्स वाला हो गया बड़ा इंटरेस्टिंग तर खाने में भी अच्छा मिल जाता था तो स्टार्टअप स्टडे जाता था वो तो
(16:13) फ्री होता था टाई के कॉन्फ्रेंस जाता था मैं टाई में पैसे लगते थे मैंने तो टाई की कॉन्फ्रेंस में भी कहा है तो दे वेर फाइन विथ इट मैंने उन्हें पूछा था पहले कि इज इट फाइन तो उन्होंने कहा पहले हो गया मतलब कोई बात नहीं अगर आपको टाई कॉन्फ्रेंस में आके आपकी कंपनी बनाने में कुछ मदद हुई है तो अच्छी बात है कोई प्रॉब्लम नहीं मुझे लगता है ये पहला चीज है कि जितनी जगहो में लाइक माइंडेड लोग आप खोज सको हम उतनी जगह खोजो दूसरा आई थिंक वापस से मैं कोशिश करता था तब तो youtube2 घंटा एक घंटा डेढ़ घंटा जितनी भी हो सके क्यूरियोसिटी के साथ नई-नई चीजों
(16:48) को रिसर्च करो पढ़ो मुझे लगता है कि उससे आपका एक इंटेलेक्चुअल जॉगिंग हो जाता है और तीसरा मैं कोशिश करता था कि और मतलब हर तरीके की चीजें पढ़ता था मैं कंपनी की अर्निंग्स रिपोर्ट्स पढ़ता था अच्छा मतलब आप सोचिए कि पहली बार पढ़ेंगे ना अर्निंग्स रिपोर्ट आपको ज्यादा कुछ समझ में नहीं आएगा पर आप दो-तीन महीना पढ़ने लगे तो आपको उसम मोटा-मोटा कांटेक्ट समझ में आने लगता है थोड़ा बहुत कि कैसे मैनेजमेंट रिकमेंड कर रही है गाइडेंस क्या दे रहे हैं एंड सो ऑन तो एक वेबसाइट है सी अल्फा नाम की जहां पे यूएस की जितनी कंपनीज होती है उनकी क्वार्टरली अर्निंग
(17:16) कॉल्स की पूरी ट्रांसक्रिप्ट आती है मैं उस मतलब 10 साल से कोशिश कर या 6 सा साल से कोशिश कर रहा हूं कि उसमें जो भी समझ सकूं पढ तो मुझे लगता है पढ़ना अच्छे कॉन्फ्रेंस या लाइक माइंडेड लोगों तक पहुंचना ना और तीसरा बहुत टैक्टिकल है कि अगर आपको कभी भी ऐसा लगे कि कोई भी चीज से आप एक तरीके से नेगेटिव में जा रहे हैं कि आपका मतलब सोचने का तरीका पॉजिटिविटी अगर कम जा रहा है कोशिश करें कि उसे कम कर दें अगर कोई भी चीज आपको उस रास्ते में लेकर के जा रही है तो बीइंग वेरी अ डिसा डिसाइसिव और उस चीज को उसी समय रोक देना मुझे हिसाब से वो भी बहुत जरूरी है तो
(17:57) आपको तब डिसाइसिव होना चाहिए अपने सराउंडिंग को आइडेंटिफिकेशन कुछ लोग बहुत ही मतलब आपको एकदम अपने रास्ते से दूसरी तरफ लेके जा रहे पुल डाउन कर रहे हैं हो सकता है वो आपको मोटिवेट भी कर रहे कुछ लोग हो सकता है कि आपको मोटिवेट करें पर उसके साथ में आपको गलत गलत सलाह दे ऐसी चीजों को जल्दी समझे यात्री अपने सामान के खुद जिम्मेदार सो एक हो गया बिलीफ एक हो गया एनवायरमेंट एनवायरमेंट में छोटा सा एक अपना इनपुट देता हूं कि हम दोनों पिछले कई सालों से क्या कर रहे हैं एवरी टू थ्री इयर्स हम अपना घर बदलते हैं व्हेन वी स्टार्ट फीलिंग के इस एरिया में इस
(18:58) सोसाइटी में अब हमारा थॉट प्रोसेस जो है वो वट से स्मार्टेस्ट बट अब सीखने को भी नहीं और मैच नहीं कर रहा सो वी कीप चेंजिंग आवर सराउंडिंग एंड दिस जज हेल्प अस इमेंसली हर बार हम बकेट्स खाली करके नई जगह जाते हैं फ वहां से लोगों से एक्सपीरियंस लेते हैं लर्निंग लेते हैं और देखिए ये तो ट्रेवल के लिए भी ट्रू है लोग कई बार कहते हैं कि सबसे अच्छे सीखने की चीज ट्रेवल होती है राइट क्योंकि ट्रैवल जब आप करते आप नई जगह जाते हैं नए लोगों से मिलते हैं तो मैं तो हमेशा लोगों को करता हूं ट्रेवल के लिए लोग कहते हैं कि आप होटल चलाते हो उसी लिए आप इनकरेज कर
(19:32) रहे हो मैं कहता हूं ऑफकोर्स वो पार्ट ऑफ द रीजन है बट द ब्रॉडर रीजन इ सीखने के लिए ट्रेवल से बेहतर तरीका कुछ है ही नहीं मुझे लगता है ट्रेवल एक ही खर्च है जिससे आपको खर्च से ज्यादा वापस मिलता है मैं आपको बताता हूं मैं जब 11वी 12वी में कोटा में था तो आपने देखा होगा ना बड़े सारे छोटे छोटे वो चाय के टपरी होते हैं वहां पर लोग चाय और फैन दिन भर चाय पीते हैं और फैन डुबो डुबो के उसे खाते र वहां प मैंने इतने लोगों से इतना सीखा मेरे को जमीनी सच्चाई उससे बहुत सीखने को मिली मैं आपको बताता हूं मैं जब हमारे अगर फ्रंट ऑफिस स्टाफ से कई बार बात
(20:08) करता हूं तो मेरी एबिलिटी टू रिलेट विद देम इतनी हाई है क्योंकि मैं खुद अपनी जिंदगी प्रॉपर्टी मैनेजर बनके शुरू करी और मैंने इतना समय जमीन में बिताया कि मेरे को उनकी चैलेंजेबल करना थोड़ा आसान हो जाता है तो सीखने का तरीका बहुत है आप बस खोजते रहे तो यह है नेक्स्ट पार्ट एजुकेशन हम ये बड़ा इंपोर्टेंट चीज है अ हम जब थियल फेलोशिप में गए ना तो वहां पे हमारे कांट्रैक्ट में पहला लाइन था थियल फेलोशिप में तो आपको 12वीं कक्षा के बाद कांट्रैक्ट लिखना पड़ता है कि आप दो साल के लिए कॉलेज नहीं जाएंगे हम तो सर कांट्रैक्ट का पहला लाइन
(20:42) था वी नेवर लेट यूनिवर्सिटी इंटरफेयर विद एजुकेशन ये बड़ा डीप थॉट है कि हम यूनिवर्सिटी को अपने सीखने के बीच में नहीं आने देते क्योंकि सीखने का मौका तो हर जगह है ना यूनिवर्सिटी एक उसका जरिया है राइट बहुत सारी अलग-अलग जरिया है जिससे आप एजुकेशन पसू कर सकते हैं अ जैसा आप लोग कह रहे हैं कि कंटेंट इतनी इंटरेस्टिंग अवेलेबल है ऑनलाइन में मैंने जैसे बताया लोगों से रीच आउट करिए आप उनसे मिलिए उससे सीखने का मौका है आप जाके अपने कस्टमर से मिलिए उनसे सीखने का मौका है तो आप में सीखने की चाह होनी चाहिए वो क्यूरियोसिटी होना चाहिए मतलब ऑफकोर्स इस पे तो बहुत
(21:19) पॉपुलर थ्री रेड्स का डायलॉग भी है बट आई विल लीव इट आउट एक्सीलेंस के पीछे भागो हाउ वाज द एक्सपीरियंस पीटर स्कॉलरशिप हाउ इट इंपैक्टेड यू इफस यू मैं आपको थोड़ा ना बैकग्राउंड बताता हूं तो बड़ी लंबी कहानी है बट मुझे पीटर थियल के बारे में पता चला बड़ी फनी तरीके से मैं गया था मूवी देखने सोशल नेटवर्क बड़ी कठिनाई से क्योंकि आप जब कोटा में रह रहे तो ऐसे पैसे से ज्यादा बचते नहीं है बहुत मतलब बहुत महीनों के पैसों से बचाए कभी क्योंकि खर्चा हो जाता है महीने के एंड के पहले तो सबकी ही सिचुएशन होती है तो किसी तरीके से फाइनली हम सोशल नेटवर्क मूवी
(21:54) देखने का मौका मि बड़ा दिल था मेरा देखने के लिए तो जब मूवी देखा मैंने तो उसम मैंने देखा कि पीटर थल नाम का कोई इंसान है जिसने फ में पहली बार इन्वेस्ट किया तो मुझे लगा कि यह इंसान बड़ा इंटरेस्टिंग लग रहा है तो मैं अगली बार जब साइबर कैफे गया कोटा में ही तो मैंने वहां पर जाकर के सर्च किया पीटर थियल के बारे में तो तब मैंने पढ़ा कि इनका ऐसा कोई फेलोशिप है तो मैंने अप्लाई करना शुरू कर दिया बड़ा इंटरेस्टिंग लगा मुझे उनके जितने भी सवाल थे भरता गया उसम बहुत सारे अब एप्लीकेशन हो गई फिर इंटरव्यू शुरू हुए तो मेरे पास वो फीचर फोन होता था उससे मैं डायल इन
(22:31) करता था इंटरव्यूज के लिए और उसपे लोग होते जैसे आने का कोई इंटरव्यू प्लस जो इनिशियल एसे था तो इंटरव्यू के आउटकम पे तो कई राउंड मुझे लगता है पांच राउंड्स थी तो वो टेक्निकल इंटरव्यू मतलब सारा वो एजुकेशन से रिलेटेड ही था वो पूरा इंटरव्यू इंटरव्यूज कई मोस्टली आप इस चीज को लेकर के था कि आप प्रोडक्ट्स कैसे बनाना चाहते हैं आपकी बिजनेस को लेकर के यूनिट इकोनॉमिक्स के बारे में क्या सोच है आप किस सेगमेंट प जाना चाहते हो तब मेरी ओयो की आईडिया शुरू ही हो रही थी अच्छा और तब मैं उससे पहले चला रहा था राइवल नाम की एक वेबसाइट तो मैं चीजों के बारे में बताता
(23:29) रहता था और मैं पर मैं कोशिश करता था कि मैं उनसे भी कुछ सवाल पूछ लू मुझे लगता था अगर फ्री में सीखने का मौका मिल रहा है ऐसे लोगों से कब जिंदगी में मौका मिलेगा ऐसा तो मैं तो बड़ा खुश था जब टॉप 40 में आया इसलिए नहीं कि फेलो बन जाएंगे मुझे उसकी प्रोबेबिलिटी तब भी ना के बराबर लग रही थी मुझे एक्साइटमेंट था फ्री यूएस ट्रिप मैंने मतलब क्या ये आपका पहला अब्रॉड ट्रिप था पहला अब्रॉड ट्रिप था शायद पहला फ्लाइट ट्रिप था स्पर्ड हां स्पंस पासपोर्ट पासपोर्ट बनवाया गया बड़ा खुश था मैं कि जी मतलब पासपोर्ट बनाया वीजा बनवाने गए और वीजा का तो चलो अलग ही
(24:04) एक्सपीरियंस था क्योंकि हमने कभी वीजा लिया नहीं था और हमें पता नहीं था कि वीजा इतना कठिन मतलब इंटरव्य होता उसम मैंने तो बायोमेट्रिक कराया फिर उन्होंने कहा इंटरव्यू है मैंने सोचा कि और इंटरव्यू में मैंने पूछा एक दो लोगों से उन्होंने शायद मुझे मतलब ऐसे बताए कुछ नहीं होता बस जाना होता एक दो सवाल पूछते हैं आप जवाब देते ना जाना तो मैं तो जनरली जैसे शॉर्ट शॉर्ट्स पहन के चला गया अब मैंने देखा वहां पर लोग जितने हैं सूट पहने हुए हैं बड़ी-बड़ी किताबें उनके हाथ में एक दूसरे से सवाल पूछ रहे हैं तो मुझे लगा यहां तो पक्का मतलब कुछ और ये लोग शायद किसी और
(24:37) काम से आए हैं मतलब ये देखिए ये प्रॉब्लम भी है हाई कॉन्फिडेंस होने में कि आप में इतनी कॉन्फिडेंस है कि आपको लगता है कि बाकी सब कुछ और कर रहे हैं और आप मतलब सही कर रहे हैं बट एनीवे मतलब तो किसी तरीके से वीजा मिला अ यूएस गए वहां पे पिच किया आई वाज थैंकफूल कि मैं थियल फेलो बना 40 में से जो 20 वाला प्रोसेस जो 20 वाला प्रोसेस था बट थियल फेलोशिप हैज लोअर एक्सेप्टेंस रेट देन मोस्ट आईवी लीग्स तो इट हैज वेरी लो एक्सेप्टेंस रेट क्योंकि इतने लोग अप्लाई करते हैं और उनका 20 लोग इज अ वेरी लो एक्सेप्टेंस नंबर बट बेन आल्सो क्वाइट अ बिट लाइक यू गेट 000 गिफ्ट
(25:17) में मतलब आज के में 33 लाख र आपको गिफ्ट की तरह मिलता है हमारे पास तो मतलब हजारों रुपए भी मतलब किसी तरीके से कॉबल टूगेदर करते थे तो थल फेलो बने वहां पे छ महीने रुके यूएस में पर दिल भी इंडिया में बहुत था ये ट्रेवल इंडस्ट्री में अपॉर्चुनिटी बड़ी अच्छी लग रही थी और मोस्ट इंपोर्टेंट एक लाख डॉलर इंडिया में बहुत लंबे समय तक चलेंगे इन कंपेरिजन तो उस कारण से वापस आ गए और तब से बना रहे तो एक्सपीरियंस जो आपने बताया ना मेरे हिसाब से दो सबसे बड़ी सीख थी मेरी थल फेलोशिप में पहला यह था कि बड़ा सोचना मलब देखिए यह बहुत इंपॉर्टेंट
(25:56) है बड़ा सोच सोचने का कोई कॉस्ट नहीं होता फ्री ऑफ कॉस्ट होता है जीरो रुपी ओनली जीरो डॉलर ओनली तो सोचना बड़ा तो मैंडेटरी है अब उसे करने के लिए रिसोर्सेस चाहिए पर सोचने का तो कोई कॉस्ट ही नहीं है तो सोचा जाए क्यों नहीं तो यह मेरा सबसे बड़ा सीख था क्योंकि मैं जब हमारे हम लोग ना सब लोग मिलकर के बंक बेडस में घर में रहते थे जितने फेलोस थे कई फेलो साथ में रहते थे तो मैं देखता था उनमें से जितने लोग थे उनके पास जेब में फेलोशिप के पैसों के अलावा कुछ भी नहीं उन्हें कैलिफोर्निया की नहीं अमेरिका की नहीं दुनिया की सबसे बड़ी
(26:34) बिज़नेस बनानी है जो भी सेगमेंट में थे व उनका सपना वैसे ही शुरू होता था कि हम दुनिया की सबसे बड़ी बिजनेस बनाना चाहते हैं उसी ये वहां पे बना भी लेते हैं लोग दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी सर्च कंपनी अगर आप सोचिए ग नहीं तब तो कभी भी नहीं बनाएंगे और सोचना फ्री है तो क्यों ना सोचा जाए तो मुझे लगता है वो मैंने बड़ी चीज सीखी वहां पे और दूसरी चीज मैंने सीखी कॉन्फिडेंस कि मैंने जब दूसरे फेलोस को देखा मैंने देखा वो मेरे जैसे ही हैं चाहे वह हार्वर्ड अंडरग्रैड से ड्रॉप आउट करके आए चाहे वह एमआईटी अंडरग्रैड से
(27:03) ड्रॉप आउट करके आए सब में कुछ बड़ा करने का चाह था एक बेसिक क्या कहते हैं नॉलेज थी उस और जो कुछ बड़ा करना चाहते थे उसको लेकर के जनरली प्यूरिस्ट मिशन थी तो मुझे लगता है कि वो देख कर के मेरे अंदर बड़ा कॉन्फिडेंस बढ़ गया क्योंकि अपन को हमेशा लगता है कि हम में शायद कुछ होगी ही सही क्योंकि मतलब वो इतने मतलब एक्सपोजर से आ रहे हैं तो उनसे तो हम थोड़े पीछे ही होंगे तो देख कर के लगा कि एक्चुअली वैसा नहीं है इंटरनेट इतना बड़ा लेवलर है कि आज के दिन में रायगड़ा का बच्चा और सन फ्रांसिस्को पोलो अल्टो का बच्चा अगर दोनों में सीखने की चाह है तो दोनों
(27:47) की एक्सपोजर में उतना ज्यादा कमी नहीं होगा तो मुझे लगता है कि वो मेरे लिए एक दूसरी बड़ी चीज सीखने के लिए थी सिर्फ आई थिंक आपने सिर्फ इनपुट्स ही नहीं दिए एडवाइस नहीं दिए अपने आप में ट्रेनिंग प्रोग्राम्स निकले हैं ये अगर कोई भी इसको फॉलो करे एग्जीक्यूट करे तो इट्स अ लाइफ चेंजिंग एडवाइस मैं आपको बताता हूं दो और चीजें ये वाला आई विल बी फास्ट अ आई थिंक चौथा एंड द फोर्थ वाला है जो मुझे लगता है इज मेरे हिसाब से आपके फैमिली मेंबर्स एक बहुत बड़ा डिफरेंस क्रिएट करते हैं आपको सस्टेनेबली नई चीजों की एक्सपोजर लेने की अपॉर्चुनिटी देने में हम हम मुझे लगता है
(28:28) हालांकि हमारे पेरेंट्स इतनी चीजों से अवेयर नहीं थे पर मुझे लगता है कि हमेशा उन्होंने कोशिश किया कि मुझे एक वैल्यू सिस्टम दे जो मुझे लगता है कि मुझे कभी भी और नहीं मिल सकता था ओके मैं और गीत शायद डेट करना शुरू किए 12 साल पहले जब वो 12वीं कक्षा में थी 12वीं कक्षा से बस बाहर निकली और मैं भी 12वीं कक्षा से बाहर निकलने वाला था अराउंड द सेम टाइम तो मुझे लगता है कि उससे एक सेंस ऑफ अ सराउंडिंग एंड स्टेबिलिटी रही रदर देन कांस्टेंटली अप एंड डाउन इन लाइफ तो मुझे लगता है कि वैल्यू सिस्टम स्टेबिलिटी जो कई चीजें फैमिली के साथ आ सकती है जिसको मैं
(29:08) ऑब्जेक्टिवली एक्सप्लेन नहीं कर सकता मुझे लगता है वो बहुत बेनिफिशियल होता है क्योंकि कई बार हमारी जो जर्नीज होती है वो बहुत उतार चढ़ाव से जुड़ी हुई होती है तो अगर कुछ कांस्टेंट्स हो आसपास में हम वो इंश्योर करते हैं कि बाकी सारी चीजें आपको लगता है कि वो एक कंपार्टमेंट है और दूसरा कंपार्टमेंट है जो स्टेबल भी है तो मुझे लगता है उसका काफी वैल्यू रहा है मुझे लगता है सो हमारा फिफ्थ फाउंडेशन बचा है है ना यस फिफ्थ और मेरे हिसाब से शायद एक बहुत क्रुशल फाउंडेशन हम फेलर्स आर अ पार्ट ऑफ लाइफ फेलियर बहुत बार आएंगी और शायद दिन में ही दो-तीन बार आए
(29:49) आई एम श्यर हम लोग सब आप लोग क्रिएटर्स हैं मैं एंटरप्रेन्योर हूं दिन में मेरे को चार बार ऐसा लगता है कि हम लोग जितना बढ़िया करें ऐसा कोई नहीं और दो बार ऐसा लगता है कि अब तो बहुत कठिनाई आने वाली है यह बहुत वोलेटाइल है ना क्योंकि आपके पास बाय डिजाइन बहुत सारे इनपुट्स आ रहे हैं और आप उस परे डिसीजंस लेने की कोशिश कर ें हैं उस समय अगर आप दुखी हो जाएंगे आप तकलीफ में आ जाएंगे तो आपकी टीम्स आपके कस्टमर्स सबकी कॉन्फिडेंस कम हो जाएगी हम तो जब भी ट्रबल्स हो उसमें संयम रखना स्टेबिलिटी रखना और डिपेंडिंग ऑन आप मिलेनियल है तो ल इज वेल आप जेंज है तो
(30:32) रीस्टार्ट आप डिसाइड करें आपको क्या कहना है पर उनमें से कोई चीज कह करके एक स्टेबिलिटी रखना रदर देन अपने अंदर में वो वोलेट आने देना मेरे हिसाब से वो बहुत क्रुशल है क्योंकि अगर आपको नई चीजें करनी है और आप बहुत वोलेटाइल हो गए तो इन सम वे वो आपको पॉजिटिव डेवलपमेंट देने की जगह हो सकता है नेगेटिव डेवलपमेंट दे जाए तो यह मेरा पांचवा होगा कि स्टेबिलिटी रखना जब बहुत खुशी का मौका मिले तब भी ऐसे नहीं कि ऐसा सोचने लगे कि मतलब हम हम ही हम है वो आजकल मीम आता है ना अपुन ही हां भगवान है एक वो है वो नहीं बनना है और दूसरी तरफ यह भी नहीं कि जब थोड़ी कठिनाई
(31:16) आ गई तब ऐसा सोचे कि जी सब कुछ ही खत्म हो गया अप में बिलीफ रखें और जब बहुत अच्छा हुआ तब ग्रेट ूडल मेरे हिसाब से इन दोनों चीजों का बहुत वैल्यू होता है जैसे आपने बोला कि जनजी के लिए रीस्टार्ट हो गया मिलेनियल के लिए ऑल इज वेल हो गया सो व्हाट इज योर गो टू थिंक जब आप डाउन फील करते हो हाउ डू यू बाउंस बैक चलो ये तो आपने तीसरा भी कह दिया बाउंस बैक बट मेरे हिसाब से देखिए मेरे लिए पर्सनली मैं हमेशा अपने आप से यह पूछता हूं कि जब मैंने काम शुरू किया था ना मेरे लिए कितना वैल्युएबल था मैं आपको वो दिन बताता हूं जो मेरे लिए बहुत स्पेशल था वो
(31:55) दिन मैंने अपने पिताजी को पहले कन्वेंस किया कि पिताजी आप मुझे एक साल ये करने दें हम तो उन्होंने कहा कि मैं तो कर दूंगा तुम्हारी मम्मा नहीं मानेगी वह तो चाहती है तुम डिग्री नहीं करोगे अगर तो वो तो बहुत नाराज हो जाएंगी तो हमने फिर डिस्कस किया कि इसका बेहतर सलूशन क्या हो सकता है फिर सलूशन यह बना कि यह एक साल का गैप यर जैसा आप समझिए ओके अगर ये साल हम नहीं कर पाए तो फिर अगले साल कॉलेज चले जाएंगे हम ठीक है थियल फेलोशिप के पहले था जबकि मेरे दिल में क्लियर था कि मैंने जाना नहीं पर मैंने सोचा कि अभी एक साल का मौका मिलेगा तो
(32:33) पिताजी कन्वेंस हो गए मुझे लगा ये तो मतलब % 50 30 पर बैटल ब क् मदर हमेशा थोड़ी ज्यादा हमें कहती थी मतलब पढ़ाई लिखाई मुझे लगता बहुत जरूरी था कि उन्होंने मुझे हमेशा कोशिश किया कि ी डू बेटर तो फिर पहले मैंने कॉल किया उसम तो मां बहुत ही नाराज थी पर पिताजी ने फिर उसके बाद हमारा स्ट्रेटेजी था कि फिर पिताजी ने फोन किया और उन्होंने कहा कि बैलेंस करा दिया थोड़ा बहुत और एग्री करवा लिया कि ये एक साल के लिए ठीक है जो मैं अगले दिन सुबह उठा ना जी मेरे लिए शायद वह दिन सबसे मोटिवेटिवेशनल जान लगा दी और आज भी मैं वो दिन अपने आप से याद करता हूं मैं कहता हूं
(33:31) कि जी मुझे मौका मिला अगर इस मौके के साथ मैं अच्छा नहीं कर पाया तो बाकी लोगों को तो जब मौका मिलेगा वो लोग पहले से ही हार मान जाएंगे तो मुझे लगता है कि कांस्टेंटली बीइंग थैंकफूल फॉर द अपॉर्चुनिटी आई हैव फॉर द पीपल आई हैव अराउंड मी अ मुझे लगता है वो मुझे बहुत मोटिवेट करता है ब्यूटीफुल वेरी नाइस अपने वाय को आपने याद रखा अपने रूट्स को आप रीकलेक्ट करते हो उससे जो है ना आप इट अलाउ यू नॉट टू बी जब कोविड आया तब कोविड में लोगों ने कहा कि आप तो होटल इंडस्ट्री में है ट्रैवल इंडस्ट्री में इतनी कठिनाई आने वाली मुझे तो लोगों ने जब तक कि रिकमेंड
(34:09) भी किया कि जी मतलब आपकी अगर मतलब कंपनी में बहुत तकलीफ आ जाए तो आप हमें बेचने के लिए इंटरेस्टेड है तो बता देना आप तो हर तरीके की सपोर्ट की प्रपोजल्स आ रही थी और कुछ लोगों ने तो और भी चुरी लिख दिया कि कंपनी पक्का नहीं बची की कोविड के समय में पर मैं हमेशा सोचता था कि जी जब हर रोज की तकलीफ थी अगर उससे हम लोग नहीं हारे कि मतलब हर रोज सुबह उठते थे और अगले दिन का मतलब लैंडलॉर्ड को पैसा दे पाएंगे नहीं दे पाए लैंडलॉर्ड को नहीं दे पाए तो बाहर सोना पड़ेगा मतलब अगर जब वो सब देख चुके हैं तो अब तो हमारे पास हजारों की टीम थी बैलेंस शीट था इतने कस्टमर थे होटल
(34:49) इसके बाद तो हम पक्का निकाले मुझे लगता है कि जो वो पहला साल होता है उससे ज्यादा कठिनाई आपको कंपनी में कभी नहीं आती है अगर आप पहला दो तीन साल अच्छे से निकाल लिए तो उसके बाद तो फिर मतलब मतलब आप तो अमृतसर से हैं मक्खन होता है यह क्लिप जो आपने देखी हमारे पॉडकास्ट का एक पार्ट थी अगर आप पूरा पॉडकास्ट देखना चाहते हैं रितेश से डिटेल में सीखना चाहते हैं तो नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको पूरे एपिसोड का लिंक मिल जाएगा उसके अंदर रितेश ने बताया कि कैसे एक बिलिनियर पीटर थील से जब वह मिले और उनसे ऐसा क्या सीखा कि वह खुद एक बिलिनियर बने इंडिया में तपन
(35:25) शिप का क्या स्कोप है और अगर कोई अंपन शिप करना चाहता है तो उसके इनिशियल स्टेप्स क्या होंगे रितेश की ऐसी कौन सी हैबिट्स है उनकी क्या डाइट है उनके सोचने का क्या तरीका है हर चीज आप जान लोगे इस एक एपिसोड से लिंक आपको डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा और नीचे कमेंट्स में यह भी बताना कि इस क्लिप से इन पांच पॉइंट में से आपकी बेस्ट लर्निंग टॉप लर्निंग क्या रही मेरी गुंजन की और हमारी पूरी टीम की यही कोशिश है कि हम लोगों के सक्सेस को डिकोड करें उनके पैटर्स को समझे डिस्कस करें उनके साथ और आप तक पहुंचा पाए हमेशा की तरह प्यार देते
(35:56) रहना माइक्स एंड माइंड चैनल को भी सब्सक्राइब कर लेना फिर मिलेंगे अगली वीडियो में तब तक खुश रहिए खुशियां बांटते रहिए आई लव यू ऑल
╚═★VideO ScripT Tube Google Search Tags / Keywords★═╝
✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿
~ Google Tutorial Video Tags ■
VideoTips
╚═★VideO ScripT Tube YouTube Channel Tags / Keywords★═╝
✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿✿
~ Tutorial YouTube Channel Tags ■ motivational video,motivation,become rich,earn money,mind power,how to become rich,how to become successful,how to become a millionaire,get rich,motivational video for success,ritesh agarwal,gunjanshouts,himeesh madaan
✅ 🍎 ╚═★Thanks For Watching Tutorial Videos★═╝